जिस “चाँद” के हजारों हो चाहने वाले… वो क्या समझेगा… जिस “चाँद” के हजारों हो चाहने वाले… वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को….!! Posted by शायराना सी हैं जिंदगी की फ़िज़ा/ Shayrana si hai zindgi ki fiza | View Post | View GroupShare this:FacebookTwitterRedditLinkedInMoreSkypePocketPrintEmailTumblrPinterestLike this:Like Loading... Author: admin I just love Shayri View all posts by admin
कुछ ख्वाहिशें बारिश की उन बूँदो की तरह होती हैं, जिन्हें पाने की चाहत में हथेलियाँ तो भीग जाती हैं, मगर हाथ हमेशा खाली रहते हैं….!! Reply
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर तुझ पर ज़रा भी ज़ोरहोता मेरा …ना रोते हम यूँ तेरे लिये ..अगर हमारी ज़िन्दगीमें तेरे सिवा कोई ओर होता… Reply
गिरा ना पाओगे तुम लाख चाहकर भी मेरी लोकप्रियता को..!! मेरा कारंवा मेरे चाहने वालो से चलता हे ना की नफरत करने वालो से..!! Reply
जिस “चाँद” के हजारों हो चाहने वाले…
वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को….!!
कुछ ख्वाहिशें बारिश की उन बूँदो की तरह होती हैं, जिन्हें पाने की चाहत में हथेलियाँ तो भीग जाती हैं, मगर हाथ हमेशा खाली रहते हैं….!!
Nice
chad tk jldi koi phuch nhi pata h jo phucha o dhurw tara ho jata h tara nhi
Ryt
Very nice
तेरी बात ख़ामोशी से मान लेना
ये भी एक अंदाज़ है मेरे प्यार का..!!
Mast h bhaiya
Nice
wah magnificent…;)
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर तुझ पर ज़रा भी ज़ोरहोता मेरा …ना रोते हम यूँ तेरे लिये ..अगर हमारी ज़िन्दगीमें तेरे सिवा कोई ओर होता…
Very nice
Very nice aap behad khubsurat likhti he didi
गिरा ना पाओगे तुम लाख चाहकर भी मेरी लोकप्रियता को..!!
मेरा कारंवा मेरे चाहने वालो से चलता हे ना की नफरत करने वालो से..!!
Wah nice
सराहनीय
Nice
मेरी तक़दीर मे जलना है तो जल जाऊँगा….!!तेरा वादा तो नहीं हूँ जो बदल जाऊँगा…..!!
Wah
Nc
Neha Singh it suits u
Correct
बहुत खूब …..